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सतना। विंध्य क्षेत्र के शैक्षणिक गौरव एकेएस विश्वविद्यालय सतना  तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का शुभारंभ 14 मार्च को किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी, प्रतिकुलपति डाॅ. हर्षवर्धन, ओएसडी प्रो. आर.एन. त्रिपाठी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव, बायोटेक डीन डाॅ. जी.पी. रिछारिया मंचासीन रहे। डीएसटी नीमैट द्वारा स्पांसर्ड और ईडीआईआई द्वारा कोआर्डिनेटेड कार्यक्रम में बेसिक साइंस के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। शुभारंभ के मौके पर फार्मेसी विभागाध्यक्ष डाॅ. सूर्यप्रकाश गुप्ता ने उद्यमिता कैम्प के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डाॅ. प्रदीप चैरसिया ने ‘हिस्टोरिकल बैकग्राउण्ड इंडियन वैल्यूज एंटप्रेन्योरशिप एण्ड द प्रजेंट सिनेरियो’ पर विस्तृत व्याख्यान देकर विषय पर रोचक चर्चा की। श्री आर.के. शुक्ला, सेडमैप सतना ने ‘आइडेंटीफिकेशन आॅफ बिजनेस अपाच्र्युनिटीज आॅफ फार एंटप्रेन्योर्स एण्ड मैकेनिज्म आॅफ प्रोडक्ट सेलेक्शन’ पर उपस्थित छात्र छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर युवा नौकरी को तरजीह देता है, लेकिन शासकीय नौकरियों में अवसर न मिले या आप उद्यमी बनना चाहें तो शासन की तरफ से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर आप बड़े उद्यमी बन सकते हैं। श्री आर.एल. पाण्डेय, डीआईसी सतना ने ‘हाउ टू स्टार्ट अ एसएसआई यूनिट’ पर नियम और कानूनों की प्रक्रिया सरल चरणों में बताई। कार्यक्रम के दूसरे दिन एकेएस वि.वि. के चेयरमैन अनंत कुमार सोनी ने उद्यमिता के शुरूआती चरण और आने वाली समस्याओं और अवसरों के संदर्भ में रोचक चर्चा की। डाॅ. कमलेश चैरे ने ‘टेक्नोलाॅजी असिस्टेंस फ्राम रिसर्च एण्ड डेव्हलपमेंट लैब्स’ पर जानकारी देते हुए बताया कि इनकी एंटप्रेन्योरशिप में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एस.के. उइके, इलाहाबाद बैंक ने छोटी इंडस्ट्रीज प्रारंभ करने के फाइनेंसियल पहलू पर समग्र जानकारी दी। योगेन्द्र सिंह, इलाहाबाद बैंक ने सपोर्ट एण्ड फाइनेंसियल असिस्टेंस फ्राम गवर्मेंट एजेंसीज, बैंक्स, फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन कैसे हमारी मदद करते हैं पर तथ्यात्मक जानकारी प्रस्तुत की। दो दिवसीय सेशन के बाद तीसरे दिन डाॅ. समित कुमार और नेहा गोयल के मार्गदर्शन में भल्ला डेयरी,सतना की विद्यार्थियों ने इण्डस्ट्रियल विजिट की और उद्यम की प्रैक्टिकल जानकारी प्राप्त की। चंदन सिंह मैनेजमेंट के प्राध्यापक ने रचनात्मकता और व्यापार - द मैन बिहाइंडि द वेंचर, द विहेवियरल साइंस्टिस्ट एप्रोच पर संवाद किया। प्रो. अखिलेश ए वाऊ, सीएस डिपार्टमेंट ने संवादकला से कैसे प्रभावित करें जिससे अच्छे परिणाम प्राप्त हों पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के अंत में डाॅ. एस.पी. गुप्ता, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी और डाॅ. कमलेश चैरे, हेड, डिपार्टमेंट आॅफ बायोटेक्नोलाॅजी के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों ने फीडबैक सत्र में हिस्सा लिया। अंत में सभी विद्यार्थियों को तीन दिवसीय सत्र का सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।