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एकेएस विश्वविद्यालय के सभागार में माइनिंग क्षेत्र में हो रहे नित नूतन अनुसन्धान, माइनिंग क्षेत्र में माइंस सेफ्टी, पर्यावरण के साथ माइंस व्यवस्थापन, धूल जैसी समस्याऐं कैसे खत्म हों इन विषयों पर दो दिवसीय मंथन के बाद नेशनल सेमिनाॅर का भव्य समापन किया गया। यह राष्ट्रीय सेमिनाॅर माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग एवं भुवनेश्वर स्थित द इंडियन माइनिंग एंड इंजीनियरिंग जर्नल के मुख्य आयोजकत्व में हो रहा है इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन 18 दिसंबर को अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। जिसमें सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट आॅफ मिनरल्स एण्ड कोल रिसोर्सेस पर विमर्श के लिए माइनिंग के विद्यजन उपस्थित हुए।
अध्यक्ष,मुख्य अतिथि,विशिष्ट अतिथि के हुए व्याख्यान -कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वि.वि. के चांसलर श्री बी.पी.सोनी,जी ने आशीर्वचन दिए और कार्यक्रम की बृहद सफलता पर खुशी जाहिर की।इस मौके पर उनकी परिकल्पना वल्र्ड गवर्नमेंट पुस्तक अतिथियों को भेट की गई जिसे व्यापक सराहना मिली। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभात कुमार, डीजीएमएस गवर्मेंट आॅफ इंडिया ने इस मौके पर संवाद करते हुए कहा कि पिछले साठ वर्षो से तकरीबन साठ हजार माइंस अस्तित्व में हैं इसी कडी में आईआईएम जर्नल जो अपना डायमंड जुबली सेलिब्रेशन एण्ड एनुअल अवार्ड्स प्रोग्राम 2021 मना रहा है वह अनवरत चले और आगे बढे, प्रगति करे, अब युवाओं को इसमें जिम्मेदारी देने का समय है एकेएस वि.वि. में माइनिंग विभाग में प्रारंभ फस्र्ट एड प्रोग्राम पर उन्होने खुशी जाहिर की।उन्होंने बताया कि गवर्नमेंट आॅफ इंडिया ने माइंस सेफ्टी और तरक्की बावत गल्र्स को भी सरफेस पर कार्य करने की छूट कुछ शर्तो के साथ दी है इसी तरह माइन टेस्टिंग टेस्ट में भी छूट प्रदान की गई है लेकिन अभी डस्ट जैसी समस्या निरंतर बनी हुई है हमें इसको और अन्य समस्याओं को दूर करने की दिशा में सोचने की जरुरत है। विशिष्ट अतिथि,नवागत सतना कलेक्टर आईएएस श्री अनुराग वर्मा ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब आप कार्य करने जाऐ ंतो जो समस्याऐं कार्यक्रम के दौरान चर्चा का विषय बनी है, उन्हें बेहतर निराकरण प्रदान करें अैोर अपना उत्कृष्ट देने का प्रयास करें।
डायमंड जुबली सेलिब्रेशन एण्ड एनुअल अवार्ड्स प्रोग्राम 2021 में प्रदान किए गए एवार्डस-दिए गए अवार्ड्स की केटेगरी में यंग अचीवर्स अवार्ड मो. राहिब और नमन सोनी, पूर्व छात्र एकेएस वि.वि.,प्रो.एच.आर.एन.ई. रेड्डी मेमोरियल अवार्ड फार माइनिंग डाॅ. मुरारी प्रसाद राय, सिम्फर, डाॅ. पी.एन. बोस अवार्ड आॅन जियो साइंस डाॅ. बी.के. मिश्रा,आईएमई जर्नल वारियर्स अवार्ड प्रज्ञा श्रीवास्तव,मनीष अग्रवाल,अंटानयामी साहू,माइनिंग इनोवेशन अवार्ड नाल्को बाक्साइड माइन्स, बैकुण्ठ सीमेंट,सासन पावर लिमि. और आॅनलाइन मि. प्रवीण शर्मा,एचजेडएल यूजी माइन्स को प्रदान किया गया।डायमण्ड जुबली अवार्ड्स श्री ब्रजेश कुमार झा, प्रेसिडेंट हिंडालको, श्री उमेंश महतो, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सासन पावर, प्रो. आरिफ जमाल आईआईटी बीएचयू, श्री आनन्द पाण्डेय एकेएसयू और लाइफ टाइम अचीव्हमेंट अवार्ड डा. जी.जी. मानेकर मोइल, डाॅ. आर.एन. तिवारी, प्रो. डाॅ. एस.के. सिंह सिम्फर, के मोहन रेड्डी, इंजी. आर.के. श्रीवास्तव और प्रो. गुरदीप सिंह आईआईटी आईएसएम, फस्र्ट श्री सुरेन्द्र नाथ पाढ़ी अवार्ड फार माइन्स सेफ्टी, प्रभात कुमार, डीजीएमएस, मिनिस्ट्री आॅफ लेबर एण्ड इम्प्लोयमेंट गवर्मेंट आॅफ इंडिया के साथ डायमण्ड जुबली अवार्ड श्री दिवाकर दुबे को दिया गया।
हुआ डायमंड जुबली स्पेशल एडीशन का विमोचन-दिया गया सम्मानित अितिथियों को स्मृति चिन्ह-इस मौके पर आईएसएसएम डायमंड जुबली स्पेशल एडीशन का अतिथियों ने तालियों की गडगडाहट के बीच विमोचन किया। एकेएस वि.वि. के इंजी.डीन डाॅ.जी.के. प्रधान ,कार्यक्रम के कन्वीनर ने अतिथियों का परिचय दिया। एडीटर इन चीफ आईएमई जर्नल प्रो. एस. जयन्तू ने जर्नल की तरफ से अतिथियों का स्वागत किया जबकि विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी ने अतिथियों को बताया कि एकेएस वि.वि. सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट पर ही कार्य कर रहा है उन्होने वि.वि. के कोर्सेस और विशिष्टताओं पर चर्चा की जिसे व्यापक सराहना मिली। उन्होंने बताया कि सतना भगवान राम की तपोस्थली रही है उन्होंने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए स्वागत किया।के.मोहन रेड्डी,सीईओ,एनयूपीपीएल ने कहा कि जीतने वाले कोई अलग काम नहीं करते हैं वो हर काम अलग तरीके से करते है जो सफल होते है। डाॅ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव ने अपनी वाणी से सभी का कोटिशः आभार किया और कहा कि रत्नगर्भा की कोख में पाए जाने वाले तत्वों का पता करके माइंस इंजीनियर हमारे जीवन को समृद्व बनाते हैं। प्रतिकुलपति प्रो. आर.एस. त्रिपाठी ने अपने अनुभव शेयर किए उन्होंने कहा कि माइंस में कार्य मानवता के हितार्थ भी हो।डाॅ.एच.वी.सी. गुन्टूपल्ली,साइंटिस्ट भोपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि माइन्स में कार्य के बाद क्लोजर प्रापर होना चाहिए न कि लापरवाही। प्रो. टी.एन. सिंह ने मंच को अवगत कराया कि कार्यक्रम का स्वरुप काफी बेहतर रहा और माइंस सेफ्टी के कई पहलू विस्तारित हुए। कार्यक्रम का वोट आॅफ थैंक्स पी.के. पलित, डायरेक्टर ने दिया।
मुख्य अतिथि ने अंकित किए अपने अनुभव और एकेएस वि.वि. को दी भविष्य की शुभकामनाऐं-कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को सादर धन्यवाद देते हुए उन्हें कार्यक्रम का मोमेंटो प्रदान किया गया। अंत के पलों में कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने एकेएस वि.वि. के डिपार्टमेंट आॅफ माइनिंग के माइनिंग लैब और एग्रीकल्चर फील्ड में लहलहाते गुलाब के फील्ड और कृषि क्षेत्र,पाॅली हाउस का मुआयना किया। इसी के साथ वि.वि. की नवनिर्मित केन्द्रीय रंगनाथन लायब्रेरी की विजिट की। इसकी साज सज्जा और विभिन्न संकाय की पुस्तकों के जखीरे को देखकर इसे सभी अतिथियों ने अध्ययन और पठन पाठन के साथ व्यवस्थित, इनोवेटिव और आदर्श लायब्रेरी निरूपित किया और विश्वविद्यालय के प्रयास की सराहना की।